64
मातूब हुवा जाए बुढ़ापे में वजूद,
लागत मिली बीवी से, न औलाद से सूद,
संन्यास की ताक़त है, न अब भाए जुमूद,
बूढ़े को सताए हैं, बचे हस्त ओ बूद.
मातूब=शापित,जुमूद=गत्यावरोध,हस्त ओ बूद=होना
معتوب ہوا جاۓ ، بُڑھاپے میں وجود
لاگت ملی بیوی سے ، نہ اولاد سے سود
لاگت ملی بیوی سے ، نہ اولاد سے سود
سنیاس کی طاقت ہے ، نہ اب بھاۓ جمود
بوڑھے کو رُلاۓ ہے ، بچا ہست و بود ٠
65
हाँ! जिहादी तालिबों को पामाल करो,
इन जुनूनियों का बुरा हाल करो,
इन जुनूनियों का बुरा हाल करो,
बे क़ुसूर, बे नयाज़ पर आँच न आए,
आग के हवाले न कोई माल करो.
पामाल=बरबाद,बे नयाज़ =अबोध
ہاں ! جہادی طالبوں کو پامال کرو
اِن جُنونیوں کا بُرا حل کرو
بے قصوروں ، بے نیازوں پر آنچ نہ آئے
آگ کے حوالے ، نہ کوئی مال کرو ٠
66
शीशे के मकानों में बसा है पच्छिम,
मय नोश, गिज़ा ख़ोर, है पुर जोश मुहिम,
सब लेता है मशरिक के गदा मग़ज़ों से,
उगते हैं जहाँ धर्म गुरु और आलिम.
मय नोश=शराब सेवन ,गदा मग़ज़ों =मूरख
شیشے کے مکانوں میں بسا ہے پچّھم
مے نوش ، غذا خور ، ہے پُر جوش مہم
سب لیتا مشرق کے گدا مغزوں سے
اُگتے ہیں جہاں گرو اور عالم ٠
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