Wednesday, November 21, 2018

जुंबिशें - - - रुबाइयात130-132


130

आसान बहुत है कि अक़ीदत पी लो,
भेड़ों की तरह आओ , जहाँ में जी लो,
तहक़ीक़ गराँ शय है इसे ठुकरा दो,
आँखों को करो बंद, ज़बाँ को सी लो.

آسان بہت ہے کہ عقیدت پی لو 
بھیڑوں کی طرح ، آؤ جہا میں جی لو 
تحقیق گراں شے ہے اسے  جھٹلاؤ 
آنکھوں کو کرو بند ، زبان کو سی لو ٠ 

131

अब बअज़ भी आओ कि बहुत ज़ुल्म क्या,
भगवान व् ख़ुदाओं ने बहुत ख़ून पिया,
 आते रहे अवतार व् पयम्बर बन कर,
आराम से इंसान को जीने न दिया.

اب باز بھی آؤ کہ بہت ظلم کیا 
بھگوان ، خداؤں نے بڑا خون پیا 
آتے رہے اوتار و پیمبر بن کے 
آرام سے انسان کو جینے نہ دیا ٠ 

132

सब कुछ यहीं ज़ाहिर है, खुला देख रहे हो,
क़ुदरत लिए हाज़िर है, खुला देख रहे हो,
बातिन में छुपाए वह इल्म ए नाक़िस,  
वह झूट में माहिर है खुला देख रहे हो.

سب کچھ یہیں ظاہر ہے ، کھلا دیکھ رہے ہو 
قدرت لئے حاضر ہے ، کھلا دیکھ رہے ہو 
باطن میں چھپاۓ ہے ،وہ علم ناقص 
وہ جھوٹ میں ماہر ہے کھلا دیکھ رہے ہو ٠ 

No comments:

Post a Comment