Thursday, November 15, 2018

जुंबिशें - - - रुबाइयात 112-114


112

माहौल पे हो छाए तरक्क़ी के नशे में,
नस्लों को खपाए हो तरक्क़ी के नशे में,
मुसबत नफ़ी को देखो, मीज़ान में ज़रा,
क्या खोए हो, क्या पाए, तरक्क़ी के नशे में. 

ماحول پہ چھاۓ ہو ترقّی کے نشے میں
نسلوں کو کھپاۓ ہو ترقّی نے نشے میں
مثبت نفی کو دیکھو میزان میں ذرا
کیا کھوۓ ہو کیا پاۓ، ترقّی نے نشے میں٠ 

113

यह मर्द नुमायाँ हैं मुसीबत की तरह,
यह ज़िदगी जीते हैं अदावत की तरह ,
कुछ दिन के लिए निस्वाँ क़यादत आए, 
खुशियाँ हैं मुअननस सभी औरत की तरह. 
निस्वाँ=स्त्रीत्व ,मुअननस=स्त्रीलिंग 

یہ مرد نمایاں ہیں مصیبت کی طرح 
یہ زندگی جیتے ہیں عداوت کی طرح 
کچھ دن کے لئے ، نسواں قیادت آیے 
خوشیاں ہیں مونّس ، سبھی عورت کی طرح ٠ 

114

कुदरत ने अता की है तुन्हें अपनी ज़मीं,
बच्चों की विरासत है ये, तुम हो अमीं, 
ज़रख़ेज़ इसे करदो या कर दो बंजर,
हाथों में लिए बम हो खड़े, यार नहीं. 

قدرقت نے عطا کی ہے ، تمہیں اپنی زمیں 
بچّوں کی وراثت ہے یہ ، تم اس کے امیں 
زر خیز اسے کر دو، یا کر دو بنجر 
ہاتھوں میں لئے بم ہو کھڑے ، 'یار نہیں' ٠

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