Saturday, December 29, 2018

जुंबिशें - - - मुस्कुराहटें 23


मुहाविरों के बोल 

कुछ पाना, कुछ खोते रहना ,
तुम बस, रोते धोते रहना .
फूल की सेजें खोते रहना , 
राह में कांटे बोते रहना .
जो बोले दरवाज़ा खोले ,
जागे हो तो सोते रहना .
नौ मन तेल पे राधा नाचे ,
तेली बैल को जोते रहना .
आँख के अंधे नाम नयन सुख ,
सूरदास सब टोते रहना .
धोबी के कुत्ते मत बनना ,
घर के घाट के होते रहना .
भैंस है उसकी जिसकी लाठी ,
पाप की गठरी ढोते रहना .
नाच न आवे आँगन टेढ़ा , 
पीर की तीर चुभोते रहना .
भाग की रोटी जुरवा खाए ,
मुनकिर रूप को रोते रहना .
*

محاوروں کے فائدے 

جو کچھ پانا کھوتے رہنا ، بس تم روتے دھوتے رہنا 
جو بولے دروازہ کھولے ، جاگے ہو تو سوتے رہنا ٠ 
نو من تیل پہ رادھا ناچے ، تیلی بیل کو جوتے رہنا ٠ 
آنکھ کے اندھے نام نین سکھ ، سور دا س سب ٹوٹے رہنا ٠ 
دھوبی کے کتے مت بنا ، گھر کے گھا ٹ کے ہوتے رہنا ٠ 
بھینس ہے اسکی جسکی لاٹھی ، پا پ کی گٹھری ڈ ھوتے رہنا ٠ 
ناچ نہ آوے آنگن ٹیڑھا ، تعان کے بان چبھوتے رہنا ٠ 
آگے نکلوگے سب کے تم ، را ہ میں کانٹے بوتے رہنا ٠ 
بھاگیہ کے ہیرے جروا پہنے ، 'منکر' روپ کو روتے رہنا ٠

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