सफ़ैद झूट
दाढ़ी है सन सफ़ैद औ मोछा सफ़ैद है,
धोती निरी सफ़ैद औ कुरता सफ़ैद है,
नेता की टोपी जूता औ मोज़ा सफ़ैद है,
देख सखी झूट औ कितना सफ़ैद है.
سفید جھوٹ
داڑھی ہے سن سفید، او موچھا سفید ہے
دھوتی نری سفید، او کرتا سفید ہے
نیتا کی ٹوپی، جوتا و موجہ سفید ہے
دیکھ سکھی ! جھوٹ، او کتنا سفید ہے ٠
आदरणीय / आदरणीया आपके द्वारा 'सृजित' रचना ''लोकतंत्र'' संवाद मंच पर 'सोमवार' १० दिसम्बर २०१८ को साप्ताहिक 'सोमवारीय' अंक में लिंक की गई है। आमंत्रण में आपको 'लोकतंत्र' संवाद मंच की ओर से शुभकामनाएं और टिप्पणी दोनों समाहित हैं। अतः आप सादर आमंत्रित हैं। धन्यवाद "एकलव्य" https://loktantrasanvad.blogspot.in/
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वाह
ReplyDeleteजब नेता जी की टोपी , पोशाक सफ़ेद हो तो झूठ क्यों ना सफ़ेद हो ?
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