Tuesday, December 18, 2018

जुंबिशें - - - मुस्कुराहटें 11


मुहाविरों के बोल 

कुछ पाना, कुछ खोते रहना ,
तुम बस, रोते धोते रहना .

फूल की सेज के  सपने देख,  
राह में कांटे बोते रहना .

जो बोले दरवाज़ा खोले ,
जागे हो तो सोते रहना .

नौ मन तेल पे राधा नाचे ,
तेली बैल को जोते रहना .

आँख के अंधे नाम नयन सुख ,
सूरदास सब टोते रहना .

धोबी के कुत्ते मत बनना ,
घर के घाट के होते रहना .

भैंस है उसकी जिसकी लाठी ,
पाप की गठरी ढोते रहना .

नाच न आवे आँगन टेढ़ा , 
पीर की तीर चुभोते रहना .

भाग की रोटी जुरवा खाए ,
मुंकिर रूप को रोते रहना .

محاوروں کے فائدے 

جو کچھ پانا کھوتے رہنا ، بس تم روتے دھوتے رہنا 

جو بولے دروازہ کھولے ، جاگے ہو تو سوتے رہنا ٠ 

نو من تیل پہ رادھا ناچے ، تیلی بیل کو جوتے رہنا ٠ 

آنکھ کے اندھے نام نین سکھ ، سور دا س سب ٹوٹے رہنا ٠ 

دھوبی کے کتے مت بنا ، گھر کے گھا ٹ کے ہوتے رہنا ٠ 

بھینس ہے اسکی جسکی لاٹھی ، پا پ کی گٹھری ڈ ھوتے رہنا ٠ 
ناچ نہ آوے آنگن ٹیڑھا ، تعان کے بان چبھوتے رہنا ٠ 

آگے نکلوگے سب کے تم ، را ہ میں کانٹے بوتے رہنا ٠ 

بھاگیہ کے ہیرے جروا پہنے ، 'منکر' روپ کو روتے رہنا ٠ 
 

1 comment:

  1. क्या बात है आदरणीय | मुहावरों के बोल कितने रोचक हो गये हैं रचना में सजकर |

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