Thursday, December 27, 2018

जुंबिशें - - - मुस्कुराहटें 19



साझेदारी 

फ़न का माहिर हूँ ज़ात रखता हूँ ,
मैं उरूज़ी बिसात रखता हूँ ,
बस कि आवाज़ ही नहीं पाई ,
तुम में मूसूक़ी है मेरे भाई .
आओ ग़जलों का कारोबार करें ,
अपनी ग़ुरबत को शर्म सार,
दाल रोटी का कुछ सहारा हो ,
ग़ज़लें मेरी गला तुम्हारा हो ,

आधे आधे की हिस्से दारी हो ,
मैं हूँ शायर कि तुम मदारी हो . 
*
ساجھیداری 

فن کا ماہر ہوں، ذات رکھتا ہوں
میں عروجی بساط رکھتا ہوں
بس کہ آواز ہی نہیں پائی
تم میں موسیقی ہے میرے بھائی
آؤ غزلوں کا کار و بار کریں
اپنی غربت کو شرمشار کریں
ڈال روٹی کا کچھ سہارا ہو
غزلیں میری، گلا تمہارا ہو

آدھے آدھے کی حصّے داری
میں ہوں شاعرکہ تم مداری

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