Tuesday, January 1, 2019

जुंबिशें - - - दोहे 1-3



 दोहे 
1

जिनके पंडित मोलवी  घृणा पाठ पढ़ाएँ ,
दीन धरम को छोड़ के , वह मानवता अपनाएं .

جن کے پنڈت مولوی ، گھرنا پاٹھ پڑھا یں 
دین دھرم کو چھوڑ کے ، وہ مانوتا اپنایں ٠
  *

2

क़ुदरत ही है आइना, प्रकृति ही है माप,
तू भी उसका अंश है, तू भी उसकी नाप।

فطرت ہی ہے آئینہ ، قدرت ہی ہے ماپ 
تو بھی اسکا جزو ہے ، تو ہی اسکی تاپ ٠  

3

बा-मज़हब मुस्लिम रहे, हिदू रहे सधर्म,
अवसर दंगा का मिला, हत्या इन का धर्म।

با مذہب مسلم رہے، ہندو  رہے سدھرم 
اوسر دنگا کا ملا ، ہتیہ پھر نرمم ٠

1 comment:


  1. जिह्वा के स्वादु बिबस मारि मारि जिउ खाए |
    पीर कहिता आपनपो औरन हंत बताए ||

    ReplyDelete