मुस्कुराहटें
भतीजे के नाम
मत आना इन के जाल में ऐ मेरे भतीजे,
अ.क्साम ए ख़ुदा सब हैं क़यासों के नतीजे.
जो बात तुझे लगती हो फ़ितरत के मुख़ालिफ़,
उस बात पे हरगिज़ न मेरे लाल पसीजे.
जालों को बिछाए हैं ये रिश्तों के शिकारी,
बहनें हों कि भाई हों कि साले हों कि जीजे.
मिट्टी को निजी चाक के तू कर दे हवाले,
माँ बाप की मुट्ठी तो रहेगी तुझे मींजे.
दिखला दे ज़माने को तेरा रंग ही जुदा है,
टक्कर में तेरे कोई भी दूजे हैं न तीजे.
अ.क्साम =क़िस्में
بھتیجے کے نام
مت آنا انکے جال میں ایے میرے بھتیجے
اقسام ے خدا ہیں یہ قیاسوں کے نتیجے٠
جو بات تجھے لگتی ہو فطرت کے مخالف
اس بات پہ ہرگز نہ میرے لعل پسیجے٠
جالوں کو بچھاۓ ہیں یہ رشتوں کے شکاری
بہنیں ہوں کہ بھائی ہوں کہ سالے ہوں کہ جیجے٠
مٹتی کو نجی چاک کے تو کر دے حوالے
ماں باپ کی مٹھی تو رہیگی تجھے مینجے٠
دکھلا دے زمانے کو تیرا رنگ ہی جدا ہے
ٹکّر میں تیرے کوئی بھی دوجے ہیں نہ تیجے٠
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