Tuesday, December 2, 2014

DEEWAN 25



1 comment:

  1. चोरक पाछु पाछु चले, ताकें चोरि चकारि ।
    सिद्ध पुरुख इतरा कहे, हमरे अनुहर भारि ।२०७८।

    भावार्थ : - चोरी चकारी की ताक में चोर पीछे पीछे चल रहे हैं । एयर सुध पुरुष इत्र इत्र के कह रहा है मेरे हाय रे मेरे तो कितने ही अनुशरण कर्त्ता हैं बोले तो फल्लोभर्स हैं ॥

    ReplyDelete