हाजिमो-हुक्मे-वक़्त हर शरर को शऱ किए.., सायबाँ को सर किए हुक्मी कहीं बसर किए..... हाजिमो-हुक्मे-वक़्त = तात्कालिक विद्वान शासक हुक्मी = खता न करने वाले, आज्ञाकारी
हाजिमो-हुक्मे-वक़्त हर शरर को शऱ किए..,
ReplyDeleteसायबाँ को सर किए हुक्मी कहीं बसर किए.....
हाजिमो-हुक्मे-वक़्त = तात्कालिक विद्वान शासक
हुक्मी = खता न करने वाले, आज्ञाकारी